पन्ना टाइगर रिजर्व: मध्य भारत के बाघों की दुनिया

सफरनामा के इस सफर पर आज हम चलेंगे प्रसिद्ध पन्ना टाइगर रिजर्व जो कि भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है। यह रिजर्व 1981 में स्थापित किया गया था और यह 542.67 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। पन्ना टाइगर रिजर्व को बाघों की जनसंख्या को बढ़ाने और उनके संरक्षण के प्रयासों के लिए जाना जाता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, वन्यजीवों की विविधता, और ऐतिहासिक महत्व इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाते हैं। घुमावदार सड़कें, हरे भरे पथरीले रास्तों के बीच हम पहुच गए टाइगर क्षेत्र मे ये पहला ऐसा पल था जिसमे सामने टाइगर और खुली जीप मे दहाड़ने के आवाज रोमांचित कर रही थी । हर दहाड़ पर शरीर पर रोंगटे खड़ी कर देने वाली इस यात्रा को कैसे पूरा करे आइए आज जानते है । 


पन्ना टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिलों में फैला हुआ है। यह रिजर्व खजुराहो के विश्व धरोहर स्थल के पास स्थित है, जो इसे और भी आकर्षक बनाता है। खजुराहो से पन्ना की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है, जिसे सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। पन्ना का अपना कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। निकटतम रेलवे स्टेशन खजुराहो रेलवे स्टेशन है जो 40 किमी दूर है। निकटतम प्रमुख रेलवे जंक्शन सतना रेलवे जंक्शन है जो 75 किलोमीटर दूर है। यह जबलपुर डिवीजन के अंतर्गत आता है और यह देश के प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पटना, भोपाल, इलाहाबाद आदि से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

पन्ना टाइगर रिजर्व का दौरा करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस समय मौसम सुहावना रहता है और वन्यजीवों को देखना आसान होता है। मॉनसून के दौरान (जुलाई से सितंबर) रिजर्व बंद रहता है, क्योंकि इस समय भारी वर्षा और बाढ़ का खतरा रहता है। साथ साथ घास के कारण जीप के नहीं चलने या धँसने और वन्य प्राणियों के दिखाई न देने की समस्या बनी रहती है 

सावधानियाँ

पन्ना टाइगर रिजर्व में यात्रा के दौरान कुछ सावधानियों का पालन करना आवश्यक है:

  1. रिजर्व के नियमों का पालन करें और वन्यजीवों को परेशान न करें।
  2. शोरगुल न करें और वन्यजीवों की प्राकृतिक गतिविधियों को बाधित न करें।
  3. जंगल में कचरा न फैलाएं और पर्यावरण को स्वच्छ रखें।
  4. अपने साथ पानी, प्राथमिक चिकित्सा किट, और आवश्यक दस्तावेज़ अवश्य रखें।
  5. गाइड या वन अधिकारी के निर्देशों का पालन करें।

मौसम

पन्ना टाइगर रिजर्व का मौसम विविधता लिए हुए है। गर्मियों में (अप्रैल से जून) तापमान 25°C से 45°C तक हो सकता है, जबकि सर्दियों में (अक्टूबर से मार्च) तापमान 8°C से 25°C तक रहता है। मॉनसून (जुलाई से सितंबर) में भारी वर्षा होती है, जिससे जंगल में हरियाली बढ़ जाती है।

बजट


पन्ना टाइगर रिजर्व की यात्रा का बजट विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे यात्रा का तरीका, आवास, और गतिविधियाँ। सामान्यतः, निम्नलिखित खर्च शामिल होते हैं:

  1. प्रवेश शुल्क: भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क सामान्यतः ₹40-₹50 और विदेशी पर्यटकों के लिए ₹500-₹600 होता है।
  2. जीप सफारी: जीप सफारी का खर्च ₹1500-₹2000 प्रति जीप (छह लोगों के लिए) होता है।
  3. गाइड शुल्क: गाइड का शुल्क ₹300-₹500 होता है।
  4. आवास: आवास के लिए बजट होटलों से लेकर लक्जरी रिसॉर्ट्स तक के विकल्प उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत ₹1000 से ₹10000 प्रति रात तक हो सकती है।

स्थानीय आकर्षण


पन्ना टाइगर रिजर्व के प्रमुख आकर्षण कुछ इस प्रकार है 

  1. बाघ दर्शन: बाघों के अलावा यहाँ तेंदुआ, चीतल, सांभर, नीलगाय, स्लॉथ बियर और कई पक्षी प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं।
  2. केन नदी: रिजर्व के मध्य से बहने वाली केन नदी अपनी सुंदरता और जलप्रपातों के लिए प्रसिद्ध है।
  3. पांडव जलप्रपात: यह सुंदर जलप्रपात रिजर्व के पास स्थित है और पिकनिक के लिए उपयुक्त स्थान है।
  4. रानेह  जलप्रपात: केन और कर्नावती नदियों के संगम पर स्थित यह जलप्रपात भी एक प्रमुख आकर्षण है।
  5. खजुराहो मंदिर: पन्ना के निकट स्थित ये प्राचीन मंदिर अपनी वास्तुकला और मूर्तिकला के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं।

पन्ना टाइगर रिजर्व एक आदर्श गंतव्य है जो वन्यजीव प्रेमियों, प्रकृति प्रेमियों, और इतिहास प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, विविध वन्यजीव, और ऐतिहासिक स्थल इसे अविस्मरणीय यात्रा अनुभव बनाते हैं। अपने नियोजित दौरे के साथ आवश्यक सावधानियों का पालन करते हुए आप इस अद्भुत स्थान का आनंद उठा सकते हैं। परिवार के साथ घूमने का एक रोमांचकारी अनुभव गर्मी के छुट्टियों मे हो सकता है । तो इस बार कहा की तैयारी कर रहे है कमेन्ट मे अवश्य बताएं 

विशेष  : प्लास्टिक और मानवीय उत्पादों से वन परिसर क्षेत्र को गंदा न करे अपने पानी की खाली बोतल और खाली वस्तुए जंगल के बाहर ही वापस आकार कूड़ेदान मे फेकें 

हेल्पलाइन : पुलिस 100 | एम्बुलेंस : 108  | महिला हेल्पलाइन :1091  |पुलिस कंट्रोल रूम :07732-252031 | मुख्यमंत्री हेल्प लाइन : 181

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