बिहार, प्राचीन भारत की धरती, अपने समृद्ध इतिहास, आध्यात्मिक महत्व और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए जाना जाता है। यह वही भूमि है जिसने विश्व को गौतम बुद्ध और महावीर स्वामी जैसे आध्यात्मिक गुरु दिए हैं। आइए, बिहार के दिलचस्प सफर पर निकलें, जहां हम इसके भोजन, इतिहास और पर्यटन स्थलों की खूबसूरती को जानेंगे।
बिहार का भोजन, सादगी और पौष्टिकता का बेहतरीन मेल है। इसकी खासियत है -
- सत्तू का
प्रयोग - भुने हुए चने का आटा (सत्तू)
बिहारी व्यंजनों की जान है। लिट्टी चोखा से लेकर मकुनी पराठा तक, सत्तू विभिन्न रूपों में परोसा जाता है।
- तिलहन और
मसालों का तड़का - सरसों का
तेल और देसी मसाले बिहारी खाने में तड़का लगाते हैं। यह न सिर्फ खाने को
स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि पाचन में भी सहायक होते
हैं।
- दाल और भात
- बिहार में, अन्य भारतीय राज्यों की तरह, दाल और भात मुख्य भोजन हैं। इन्हें विभिन्न प्रकार की सब्ज़ियों
और पापड़ के साथ परोसा जाता है।
आपको
बिहार में कुछ खास व्यंजन ज़रूर चखने चाहिए:
- लिट्टी
चोखा - यह बिहार का सबसे प्रसिद्ध व्यंजन
है। आटे की छोटी गोल रोटियों (लिट्टी) को सत्तू, मसालों और कभी-कभी घी से भरकर बनाया जाता है। इसे बैंगन Bharta
(चोखा) के साथ परोसा जाता है।
- छाना घुगनी
- यह एक स्वादिष्ट और मसालेदार नाश्ता है,
जिसे उबले चने, प्याज, टमाटर और इमली की चटनी के साथ
बनाया जाता है।
- कदही बादी - दही आधारित करी में बेसन के
पकौड़े डालकर बनाई जाने वाली यह डिश लज़ीज़ और पेट के लिए हल्की होती है। इसे
आम तौर पर चावल और पूरियों के साथ परोसा जाता है।
- दाल पीठा
- ये चावल के आटे के छोटे गोले होते हैं,
जिन्हें मसालेदार दाल के साथ भरकर स्टीम
या फ्राई किया जाता है।
- चुरा
- यह पीटा हुआ चावल है, जिसे दही, चीनी या गुड़ के साथ खाया जाता
है।
- भभुआ
- यह एक सूखी सब्ज़ी है, जिसे विभिन्न सब्ज़ियों के साथ बनाया जाता है।
- खाजा और
लालमोहन - ये बिहार की प्रसिद्ध मिठाइयां
हैं। खाजा मैदे का बना मीठा पकवान है, जबकि लालमोहन खोया से बनने वाली चाशनी वाली मिठाई है।
बिहार का इतिहास हज़ारों साल पुराना है। यह मगध साम्राज्य का केंद्र रहा है, जिसे प्राचीन भारत की सबसे शक्तिशाली साम्राज्यों में से एक माना जाता है। मौर्य, शुंग और गुप्त साम्राज्य भी इसी धरती पर फले-फूले।
बिहार
जैन धर्म और बौद्ध धर्म का जन्मस्थान भी है। राजगीर, वैशाली और बोधगया जैसे ऐतिहासिक स्थल
बौद्ध धर्म के प्रसार के साक्षी हैं।
यदि
आप इतिहास के दीवाने हैं, तो
आपको इन स्थानों पर अवश्य जाना चाहिए:
- राजगीर
- यह प्राचीन मगध साम्राज्य की पहली राजधानी
थी। यहां आपको जैन धर्म और बौद्ध धर्म से जुड़े कई मंदिर और स्मारक मिलेंगे।
- पाटलिपुत्र
- मौर्य और शुंग साम्राज्य की राजधानी थी।
बिहार प्राचीन स्थलों से लेकर प्राकृतिक
सौंदर्य तक, घूमने के लिए बहुत
कुछ समेटे हुए है। आइए, कुछ
प्रमुख पर्यटन स्थलों पर नज़र डालें:
- बोधगया
- बोधगया वह पवित्र स्थल है जहाँ गौतम बुद्ध
को ज्ञान प्राप्त हुआ था। यहां महाबोधि मंदिर, एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जो बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल है।
- नालंदा
विश्वविद्यालय - प्राचीन शिक्षा का केंद्र,
नालंदा विश्वविद्यालय दुनिया के पहले
विश्वविद्यालयों में से एक था। यहां विभिन्न विषयों पर अध्ययन किया जाता था
और विदेशी छात्र भी यहां शिक्षा ग्रहण करने आते थे।
- विक्रमशिला
विश्वविद्यालय - यह नालंदा विश्वविद्यालय के बाद
स्थापित एक और महत्वपूर्ण शिक्षा केंद्र था। यहां तंत्र और बौद्ध दर्शन का
विशेष रूप से अध्ययन किया जाता था।
- गया
- गया हिंदू धर्म में मोक्ष की प्राप्ति के
लिए महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है। यहां फल्गु नदी के तट पर पिंडदान करने के
लिए देशभर से श्रद्धालु आते हैं।
- मनियारी
महात्मा गांधी सेतु - यह दुनिया
का सबसे लंबा नदी पुल है, जो गंगा नदी पर बनाया गया है। यह
पुल बिहार को उत्तर प्रदेश से जोड़ता है।
- कंकड़बाग
का प्राणि-संग्रहालय - यह प्राचीन
वनस्पतियों और जीवों के नमूनों का संग्रहालय है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह
एक बेहतरीन जगह है।
- छौटानागपुर
का पठार - प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर यह
पठार झारखंड और बिहार में फैला हुआ है। यहां आप हज़ारीबाग वन्यजीव अभयारण्य
और नेतरहाट जैसे खूबसूरत हिल स्टेशन घूम सकते हैं।
बिहार
की यात्रा कैसे करें?
बिहार
हवाई, रेल और सड़क मार्ग
द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
- हवाई मार्ग
- पटना में लोकनायक जयप्रकाश नारायण
अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो देश के
प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- रेल मार्ग
- बिहार में रेलवे का जाल बिछा हुआ है। पटना
जंक्शन, गया जंक्शन और मुजफ्फरपुर जंक्शन
प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों से
जुड़े हुए हैं।
- सड़क मार्ग
- राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य सड़कें बिहार
के विभिन्न शहरों और कस्बों को जोड़ती हैं। आप बस या टैक्सी द्वारा बिहार की
यात्रा कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण
संपर्क सूत्र
- पर्यटन
विभाग का हेल्पलाइन नंबर: 1800-345-3030
- पुलिस
हेल्पलाइन नंबर: 100
- पटना पुलिस
कंट्रोल रूम: (0612) 2200002
यात्रा
के लिए कुछ सुझाव:
- गर्मी के मौसम (मार्च से जून) में
बिहार की यात्रा करने से बचें। इस दौरान काफी गर्मी पड़ती है।
- अक्टूबर से फरवरी के बीच का समय
बिहार घूमने के लिए सबसे उपयुक्त है।
- आरामदायक कपड़े और जूते पहनकर
आएं।
- स्थानीय बाजारों की सैर कर बिहार
के हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों को खरीदें।
बिहार
अपनी समृद्ध संस्कृति, स्वादिष्ट
भोजन और ऐतिहासिक धरोहरों से सराबोर है। उम्मीद है, यह लेख आपकी बिहार यात्रा की योजना
बनाने में आपकी मदद करेगा।