राष्ट्रपति भारत का सर्वोच्च संवैधानिक पद है और वह देश का प्रमुख होता है। यह एक प्रतीकात्मक पद है, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण शक्तियां और जिम्मेदारियां भी हैं।
![]() |
Current President of India : Smt. Draupadi Murmu |
- भारत का नागरिक होना चाहिए।
- 35 वर्ष से अधिक आयु का होना चाहिए।
- लोकसभा के सदस्य के रूप में चुने जाने के योग्य होना चाहिए।
- किसी भी लाभ के पद पर नहीं होना चाहिए।
राष्ट्रपति के अधिकार:
- कार्यपालिका शक्तियां:
- प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद की नियुक्ति करना।
- कानूनों को मंजूरी देना या उन्हें वापस सदन में भेजना।
- आपातकालीन स्थिति की घोषणा करना।
- सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर-इन-चीफ होना।
- राजदूतों और अन्य राजनयिकों की नियुक्ति करना।
- विधायिका शक्तियां:
- संसद को बुलाना, स्थगित करना और भंग करना।
- लोकसभा के लिए चुनाव बुलाना।
- संसद द्वारा पारित विधेयकों पर हस्ताक्षर करना या उन्हें वीटो करना।
- न्यायिक शक्तियां:
- सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति करना।
- मृत्युदंड या कारावास की सजा को क्षमा करना या कम करना।
- अन्य शक्तियां:
- राष्ट्रीय सम्मान प्रदान करना।
- विश्वविद्यालयों को चार्टर प्रदान करना।
- राज्यपालों की नियुक्ति करना।
राष्ट्रपति का चुनाव:
- राष्ट्रपति का चुनाव एक अप्रत्यक्ष चुनाव होता है, जिसमें एक निर्वाचक मंडल द्वारा मतदान किया जाता है।
- निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदन (लोकसभा और राज्य सभा) और राज्य विधानसभाओं के सदस्य शामिल होते हैं।
- राष्ट्रपति का चुनाव गुप्त मतदान द्वारा होता है।
- जीतने के लिए किसी उम्मीदवार को निर्वाचक मंडल के कुल वोटों का 50% से अधिक प्राप्त करना होता है।
- यदि कोई उम्मीदवार पहले दौर में बहुमत प्राप्त नहीं करता है, तो दूसरे दौर का मतदान होता है, जिसमें दो सबसे अधिक वोट वाले उम्मीदवार आमने-सामने होते हैं।
- एक बार चुने जाने के बाद, राष्ट्रपति 5 वर्ष की अवधि के लिए पद पर रहता है।
राष्ट्रपति को हटाना:
- महाभियोग द्वारा राष्ट्रपति को हटाया जा सकता है।
- महाभियोग प्रस्ताव लोकसभा में पेश किया जाता है और यदि इसे दो-तिहाई बहुमत से पारित किया जाता है, तो इसे राज्यसभा में भेजा जाता है।
- राज्यसभा में भी महाभियोग प्रस्ताव को दो-तिहाई बहुमत से पारित करने की आवश्यकता होती है।
- यदि महाभियोग प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो राष्ट्रपति को पद से हटा दिया जाता है।
विपक्ष पर राष्ट्रपति के अधिकार:
- राष्ट्रपति विपक्ष के नेता को मान्यता देता है।
- विपक्ष के सदस्यों को सदन में बोलने का उचित अवसर देता है।
- विपक्ष के सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर बहस की अनुमति देता है।
- विपक्ष के सदस्यों द्वारा प्रस्तावित प्रस्तावों पर विचार करता है।
भारत के राष्ट्रपति को मिलने वाली सुविधाएं:
भारत के राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद है और इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण सुविधाएं भी जुड़ी हुई हैं। इन सुविधाओं का उद्देश्य राष्ट्रपति को अपने पद का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने और देश के प्रतिनिधि के रूप में गरिमापूर्ण जीवन जीने में सक्षम बनाना है।
आवास:
- राष्ट्रपति को राष्ट्रपति भवन में निवास करने की सुविधा मिलती है। यह भवन 330 कमरों वाला एक विशाल परिसर है, जिसमें बागीचे, स्विमिंग पूल, टेनिस कोर्ट और अन्य सुविधाएं भी शामिल हैं।
- राष्ट्रपति भवन के अलावा, राष्ट्रपति को हैदराबाद में रसीद बाग नामक एक शीतकालीन निवास भी मिलता है।
वेतन और भत्ते:
- राष्ट्रपति को ₹ 5 लाख प्रति माह का वेतन मिलता है।
- वेतन के अलावा, राष्ट्रपति को कई भत्ते भी मिलते हैं, जैसे कि आवास भत्ता, चिकित्सा भत्ता, यात्रा भत्ता, सुरक्षा भत्ता आदि।
- राष्ट्रपति को सेवानिवृत्ति के बाद भी पेंशन और अन्य सुविधाएं मिलती रहती हैं।
परिवहन:
- राष्ट्रपति को आवागमन के लिए विशेष रूप से तैयार विमान और हेलीकॉप्टर की सुविधा मिलती है।
- राष्ट्रपति को सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए विशेष बख्तरबंद कार भी मिलती है।
सुरक्षा:
- राष्ट्रपति को एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) द्वारा उच्चतम स्तरीय सुरक्षा प्रदान की जाती है।
- राष्ट्रपति भवन और राष्ट्रपति के अन्य निवासों को भी कड़ी सुरक्षा प्रदान की जाती है।
अन्य सुविधाएं:
- राष्ट्रपति को मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलती है।
- राष्ट्रपति को कई घरेलू कर्मचारियों की सेवाएं भी मिलती हैं, जैसे कि सचिव, सहायक, रसोइया, माली आदि।
- राष्ट्रपति को राज्य के खर्च पर कई मनोरंजक गतिविधियों में भाग लेने की सुविधा भी मिलती है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रपति को मिलने वाली सुविधाएं देश के संविधान और कानूनों द्वारा निर्धारित की जाती हैं। इन सुविधाओं का उद्देश्य राष्ट्रपति को अपने पद का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने और देश के प्रतिनिधि के रूप में गरिमापूर्ण जीवन जीने में सक्षम बनाना है।
राष्ट्रपति भारत के लोकतंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह राष्ट्रीय एकता और अखंडता का प्रतीक है, और संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करता है। राष्ट्रपति का पद सम्मान और गरिमा का प्रतीक है, और इसके लिए उच्चतम स्तर की योग्यता और अनुभव की आवश्यकता होती है।